गणेश भगवान के भजन | Ganesh Bhagwan Ke Bhajan: जीवन में खुशहाली

गणेश भगवान के भजन आमतौर पर उत्साह और ख़ुशी में भरे होते हैं। गणेश भगवान के भजन हमारे जीवन में बहुत मह्त्वपूर्ण है। यह Ganesh bhagwan ke bhajan उनकी महिमा, शक्ति, और कृपा को याद करते है । इनके भजन हमें जीवन में खुशहाली देते है। गणेश भगवान की भक्ति और श्रद्धा होती है।

इनके भजन के बोल और संगीत हमें भक्ति और ध्यान में ले जाते हैं। Ganesh bhajan image के माध्यम से भी हम गणेश भगवान की प्रार्थना करते हैं और उनसे अपने जीवन में सुख और समृद्धि की कामना करते हैं। इस प्रकार, गणेश भगवान के भजन हमें आनंद देते हैं, जो हमारे मन, शरीर, को पवित्र करता है। हमने आपके लिए ganesh ji ke bhajan likhe hue उपलब्ध किया है जो निचे है –

जय गणेश जय गणेश देवा

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति

॥ श्लोक ॥
सारी चिंता छोड़ दो, चिंतामण के द्वार,
बिगड़ी बनायेंगे वही, विनती कर स्वीकार,
बड़े बड़े कारज सभी,पल मे करे साकार,
बड़े गणपति का है साथ, सच्चा ये दरबार,
सिध्द हो हर कामना, सिध्दिविनायक धाम,
खजराना मे आन बसे मेरे, शिव गौरी के लाल ॥

रिध्दि सिध्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुणो गणपति ॥

सर झुकाता हूँ चरणों मे सुन लीजिये,
आज बिगड़ी हमारी बना लीजिये,
ना तमन्ना है धन की ना सर ताज की,
तेरे चरणों की सेवा हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुणो गणपति ॥

तेरी भक्ति का दील मे नशा चूर हो,
बस आँखो मे बाबा तेरा नूर हो,
कण्ठ पे शारदा माँ हमेशा रहे,
रिध्धि सिध्धि का वर ही हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुनो गणपति ॥

सारे देवों मे गुणवान दाता हो तुम,
सारे वेदों मे ज्ञानो के ज्ञाता हो तुम,
ज्ञान देदो भजन गीत गाते रहे,
बस यही ज़िन्दगानी हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुनो गणपति ॥

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुणो गणपति ॥

गणेश भगवान भजन विधि 

  • तैयारी: इनके भजन गाने से पहले, एक शुद्ध और साफ जगह चुनें।
  • आराधना का शुरुआत: भजन गाने से पहले, एक छोटी सी पूजा का आयोजन करें। इसमें गणेश भगवान के फूल, दूप, अगरबत्ती, रक्छा, नारियल, दीपक आदि का उपयोग किया जा सकता है।
  • संगीत साधना: भजन के साथ संगीत साधना करें। सारंगी, ढोलक या किसी भी अन्य संगीत यंत्र का उपयोग किया जा सकता है। अब भजन का आरंभ करें। ध्यान दें कि भजन को सही भावना के साथ गाया जाना चाहिए।
  • सभी  भक्तों को जोड़ें: भजन में अन्य भक्तों को भी शामिल करें। साथ में गाने से भक्ति और संगीत का आनंद मिलेगा।
  • प्रसाद वितरण: भजन गाने के बाद, सभी को प्रसाद वितरित करें। यह भक्तों के बीच आत्मीयता और साझेदारी की भावना को बढ़ावा देता है।

नोट : भजन समाप्त हो जाने के बाद ganesh ji ke nare लगाए।

गणेश भगवान भजन लाभ 

  • भजन का चयन: सबसे पहला कदम है भजन का चयन करना। गणेश भगवान के कई भजन हैं जैसे “वक्रतुंड महाकाय”, “श्री गणेशाय नमः” आदि। आपको जो भजन अच्छा लगता है, वही चुनें।
  • संगीत का चयन: भजन के लिए संगीत चुनें। आप इसे खुद बना सकते हैं या किसी संगीतकार से बनवा सकते हैं।
  • रिहर्सल: भजन को गाने से पहले, आपको अच्छे से रिहर्स करना चाहिए। इससे आपका प्रदर्शन बेहतर होगा।
  • प्रदर्शन: अंत में, भजन का प्रदर्शन करें। आप इसे अपने मंदिर या समारोह में गा सकते हैं। यदि आप अपने घर पर हैं, तो भजन का गाना अपने परिवार के साथ कर सकते हैं।इन स्टेप्स का पालन करके, आप भजन का आनंद ले सकते हैं और दूसरों को भी इसका आनंद दिला सकते हैं।इसका एहि लाभ है। 

FAQ 

इनके भजन क्यों गाए जाते हैं?

ये भजन उनकी कृपा और आशीर्वाद को आमंत्रित करते हैं।

इनके भजन कहाँ गाए जा सकते हैं?

क्या इनके भजन अलग-अलग भाषाओं में भी  हैं?

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