गणेश विसर्जन मन्त्र | Ganesh Visarjan Mantra: समृद्धि की प्राप्ति

इस गणेश विसर्जन मन्त्र का महत्व हमारे हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। यह मन्त्र गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष रूप से किया जाता है, जब भगवान गणेश की मूर्ति को विसर्जित किया जाता है। इस मन्त्र का उच्चारण करने से पूजा का समापन होता है और गणेश भगवान की कृपा प्राप्त होती है।

Ganesh visarjan mantra पवित्र शब्दों का संग्रह है, जो शांति और संतोष प्रदान करते हैं। गणेश भगवान के इस मन्त्र का जप करने से व्यक्ति की जीवन में सफलता, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

ऊँ गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठ, स्वस्थाने परमेश्वर ..।
यत्र ब्रह्मादयो देवाः, तत्र गच्छ हुताशन ॥

ऊँ यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम् ..।
इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च ॥

ऊँ मोदाय नम:..
ऊँ प्रमोदाय नम:..
ऊँ सुमुखाय नम:..
ऊँ दुर्मुखाय नम:..
ऊँ अविध्यनाय नम:..
ऊँ विघ्नकरत्ते नम:..

गणेश विसर्जन मंत्र की विधि 

निम्नलिखित चरणों का पालन करके मन्त्र का उच्चारण किया जा सकता है:

  1. तैयारी: सबसे पहले, एक साफ़ और पवित्र स्थान चुनें जहां आप गणेश भगवान की मूर्ति को विसर्जित करेंगे। पूजा के सामग्री जैसे पुष्प, धूप, दीप, फल आदि को तैयार करें।तब जाकर पूजा की तैयारी पूरा होगा। 
  2. शुभ मुहूर्त : गणेश पूजा करने के लिए हमको शुभ मुहूर्त का समय देखना चाहिए इससे मुहूर्त पर पूजा करने से गणेश भगवान प्रसन होते है। 
  3. पूजा का आरंभ: गणेश भगवान की मूर्ति के सामने बैठें और अपनी प्रार्थना के साथ पूजा का आरंभ करें। धूप, दीप और पुष्प  का आराधना करें।
  4. मन्त्र का उच्चारण: अब मन्त्र का उच्चारण करें।
  5. आखिरी पूजा: गणेश भगवान को विसर्जित करने के बाद, आखिरी पूजा करें। धूप, दीप, पुष्प और प्रार्थना के साथ भगवान को प्रणाम करें।
  6. आशीर्वाद: गणेश भगवान की कृपा और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें और उनका ध्यान रखें।और सबको अच्छे से आशीर्वाद देना चाहिए। 

संस्कृत में गणेश विसर्जन का अर्थ होता है भगवान गणेश की मूर्ति को पानी में विसर्जित करना। यह परंपरा हिंदू धर्म में बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है। इसमें लोग बड़े ही उत्साह के साथ पूजा करते है। 

जब पूजा समाप्त हो जाती तब गणेश भगवान की विसर्जन के लिए जाना होता है पुरे लोग मिलकर गणेश विसर्जन के लिए जाते है साथ में Ganesh visarjan song को बजाते है। इस विसर्जन को नदी या किसी तालाब में किया जा सकता है।

गणेश विसर्जन मंत्र लाभ

  • आत्मविश्वास में वृद्धि: मंत्र का जप करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। गणेश भगवान की कृपा से व्यक्ति को आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास मिलता है। और हमारे घर में हर चीज की वृद्धि होती है। तब इसका लाभ ही लाभ होता है। 
  • सहायक: मंत्र का जप करने से सहायता मिलती है। गणेश भगवान को विनायक कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है “विघ्नहर्ता”। इसलिए, व्यक्ति के जीवन में आने वाले बाधाओं को दूर करने में मदद मिलती है।
  • उत्साह और संजीवनी: मंत्र का उच्चारण करने से उत्साह और संजीवनी मिलती है। इस मंत्र का जप करते समय, व्यक्ति को नए ऊर्जा का अनुभव होता है और किसी भी चीज की दुःख तकलीफ नहीं होती है इससे हमारा लाभ होता है। 
  • भगवान की कृपा की प्राप्ति: मंत्र का उच्चारण करने से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है। यह मंत्र भगवान गणेश की आराधना का सबसे अच्छा तरीका है और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे सरल उपाय है।

इस प्रकार, मंत्र का उच्चारण करने से मनोबल और आत्म-समर्पण में वृद्धि होती है, जिससे व्यक्ति का जीवन सफल और खुशहाल होता है। भारत में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध mumbai ganesh visarjan है।

FAQ

विसर्जन मंत्र किस समय उच्चारित किया जाता है?

मंत्र को गणेश चतुर्थी के दिन, जब गणेश भगवान की मूर्ति को विसर्जित किया जाता है, तब किया जाता है।

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