गणेश गायत्री मंत्र एक शक्तिशाली उपासना है जो सफलता और समृद्धि की प्राप्ति में सहायक होती है। यह मंत्र भगवान गणेश की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने का माध्यम है। Ganesh gayatri mantra का जाप करने से मनुष्य की जीवन में समस्याओं का समाधान होता है और वह सफलता की सीढ़ी पर आगे बढ़ता है।
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात ॥
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
इनके मंत्र का जाप किसी भी व्यक्ति के द्वारा किया जा सकता है, चाहे वह छोटा हो या बड़ा। इस मंत्र को प्रतिदिन जाप करने से सफलता, समृद्धि, और धन सम्पत्ति की प्राप्ति होती है। सभी इस मंत्र का जाप करके अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में सफल हो सकते हैं।
इस मंत्र का जाप करके व्यक्ति अपने जीवन में सफलता, समृद्धि और सुख-शांति को प्राप्त करता है। इस मंत्र को नियमित रूप से जाप करने से व्यक्ति को भगवान गणेश की कृपा सदैव उसके साथ रहती है और उसे उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।
मंत्र के विधि
- ध्यान: एक शांत और सुखद जगह ढूंढें । गणेश भगवान की मूर्ति या उनका चित्र लेकर उनकी ध्यान लगाएं।
- मंत्र जाप: “ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ती प्रचोदयात्॥” मंत्र का १०८ बार जाप करें।प्रत्येक मंत्र के समय ध्यान और श्रद्धा से करें।
- माला का प्रयोग: मंत्र के जाप के साथ माला का प्रयोग करें। प्रत्येक मंत्र के साथ माला की एक मोती को फिरें।
- ध्यान और समाप्ति: मंत्र जाप के बाद, गणेश भगवान को प्रणाम करें और उनकी कृपा की कामना करें। ध्यान और शांति से बैठक समाप्त करें।
इस मंत्र का जाप सबसे अधिक प्रात: काल में किया जाता है, क्योंकि यह सफलता और समृद्धि की प्राप्ति में विशेष रूप से सहायक होता है। सुबह उठकर Ganesh bhagwan ki aarti का 108 बार जाप करने से दिन की शुरुआत अच्छी होती है और कार्यों में सफलता मिलती है।
मंत्र के लाभ
- सफलता की प्राप्ति: गायत्री मंत्र के जाप से व्यक्ति को सफलता की प्राप्ति में सहायता मिलती है।
- बुद्धि और बुद्धिमत्ता का विकास: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की बुद्धि में वृद्धि होती है और वह बुद्धिमत्ता से काम करता है।
- धन समृद्धि: जाप से व्यक्ति को धन समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- विघ्नों का नाश: गणेश मंत्र के जाप से व्यक्ति के जीवन से विघ्नों का नाश होता है।
- शुभकामनाओं की प्राप्ति: जाप से व्यक्ति की सभी शुभकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- संतुलित बुद्धि: जाप से व्यक्ति की बुद्धि संतुलित होती है और वह अपने निर्णयों में सुनिश्चित और सही रहता है।
FAQ
इस मंत्र का उद्देश्य क्या है?
यह मंत्र सफलता, बुद्धि की वृद्धि, धन समृद्धि, और विघ्नों का नाश करने के लिए उच्चतम देवता गणेश की कृपा प्राप्त करने का उद्देश्य रखता है।
क्या इस मंत्र को किसी विशेष वक्त पर जाप करना चाहिए?
विशेष रूप से सुबह के समय और सन्ध्या के समय मंत्र का जाप किया जाता है, लेकिन किसी भी समय में इसका उच्चारण किया जा सकता है।
इस गायत्री मंत्र के अलावा और कौन-कौन से मंत्र हैं?
गणेश मंत्र के अलावा “ॐ गं गणपतये नमः”, “ॐ गं गणेशाय नमः”, और “ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा” जैसे मंत्र भी हैं।
क्या मंत्र का जाप कोई को भी कर सकता है?
हां, कोई भी इस मंत्र का जाप कर सकता है, चाहे वह बच्चा हो या बड़ा।
क्या इस मंत्र का जाप वास्तव में फायदेमंद होता है?
जी हां, इस मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होता है।
क्या इस मंत्र का जाप करने से किसी को कोई नुकसान हो सकता है?
नहीं, मंत्र का जाप करने से किसी को नुकसान नहीं होता, बल्कि वह व्यक्ति को सुख, समृद्धि, और शांति की प्राप्ति में सहायक होता