गणेश स्तुति मंत्र | Ganesh Stuti Mantra: जीवन को सफलता

यह गणेश स्तुति मंत्र, गणेश भगवान को प्रणाम करने का मंत्र है। इस Ganesh stuti mantra का जाप करके भक्त गणेश भगवान की कृपा प्राप्त करते हैं और उनके जीवन में आने वाली किसी भी परेशानी या बाधा को दूर करते हैं। इसलिए, गणेश स्तुति मंत्र को नियमित रूप से जप करके भक्त अपने जीवन को सफल बनाते हैं।

विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय,
लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय

नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय,
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते

भक्तार्तिनाशनपराय गनेशाश्वराय,
सर्वेश्वराय शुभदाय सुरेश्वराय

विद्याधराय विकटाय च वामनाय,
भक्त प्रसन्नवरदाय नमो नमस्ते

नमस्ते ब्रह्मरूपाय विष्णुरूपाय ते नम:,
नमस्ते रुद्राय्रुपाय करिरुपाय ते नम:

विश्वरूपस्वरूपाय नमस्ते ब्रह्मचारणे,
भक्तप्रियाय देवाय नमस्तुभ्यं विनायक ॥

लम्बोदर नमस्तुभ्यं सततं मोदकप्रिय,
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा

त्वां विघ्नशत्रुदलनेति च सुन्दरेति,
भक्तप्रियेति सुखदेति फलप्रदेति

विद्याप्रत्यघहरेति च ये स्तुवन्ति,
तेभ्यो गणेश वरदो भव नित्यमेव ॥

गणेशपूजने कर्म यन्न्यूनमधिकं कृतम,
तेन सर्वेण सर्वात्मा प्रसन्नोSस्तु सदा मम ॥

इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को मानसिक और आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति होती है। इस Ganesh ji ke mantra के उच्चारण से लोग व्यापारिक सफलता, पारिवारिक सुख, और सामाजिक समृद्धि को प्राप्त करते हैं। Ganesh ji ke ringtone को आप अपने मोबाइल में लगाकर इससे होने वाली लाभ प्राप्त कर सकते है।

इस मंत्र को करने की विधि

  1. तैयारी: उचित और शुद्ध ध्यान में बैठें। गणेश भगवान की मूर्ति, या तस्वीर के सामने बैठें। माला, थाली, और धूप आदि की सामग्री तैयार करें।
  2. प्रणाम करना: गणेश भगवान की ओर मुख करके प्रणाम करें।और उनका ज्ञान करे।
  3. मंत्र का जप: मंत्र का जप करें। माला का प्रयोग करके मंत्र को 108 बार जपें। ध्यान रखें कि हर जप पर गणेश भगवान की पूजा की भावना हो।
  4. ध्यान और शांति: ध्यान में बैठे और गणेश भगवान के चरणों में अपनी प्रार्थना करें और अपने जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति की कामना करें।
  5. आरती का दर्शन करना: गणेश भगवान की आरती करें। धूप, दीप जलाये।
  6. प्रसाद बांटना: प्रसाद को गणेश भगवान को चढ़ाये। फिर प्रसाद को सबको बाटे और आशीर्वाद की प्राप्ति करे।

इस मंत्र से होने वाले लाभ

  • विघ्नों का नाश: इस मंत्र के जाप से विघ्नों और बाधाओं का नाश होता है।
  • मन की शांति: इस मंत्र का जाप करने से मन की शांति, स्थिरता और समाधान प्राप्त होता है।
  • सफलता की प्राप्ति: मंत्र का जाप करने से कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  • विद्यार्थी के लिए लाभ: विद्यार्थी इस मंत्र का जाप करके अध्ययन में सफलता प्राप्त करते हैं और उनकी बुद्धि में तेजी आती है।
  • पारिवारिक सुख: जाप करने से पारिवारिक संबंधों में सम्मान, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
  • व्यापारिक सफलता: उद्यमियों और व्यापारियों के लिए भी लाभप्रद होता है, जो उन्हें व्यापार में सफलता की दिशा में ले जाता है।
  • निराशा से मुक्ति: नियमित जाप करने से भक्त निराशा और निराशा की भावना से मुक्ति प्राप्त करते हैं।
  • आत्मविश्वास और साहस: इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस की भावना बढ़ती है, जो उसे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होती है।

FAQ

इस मंत्र का उद्देश्य क्या है?

इस मंत्र का उद्देश्य गणेश भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना है, साथ ही विघ्नों को दूर करना है।

यह स्तुति मंत्र के कितने प्रकार होता हैं?

इस मंत्र का जप कब किया जाता है?

Spread the love

Leave a Comment