जय गणेश आरती | Jai Ganesh Aarti: शक्ति प्रदान करता है

जय गणेश आरती एक प्रसिद्ध हिन्दू धार्मिक गाना है जो गणेश भगवान की महिमा और प्रसन्नता को व्यक्त करता है। यह आरती भक्तों के द्वारा नियमित रूप से गणेश चतुर्थी और अन्य पूजा अवसरों पर गाई जाती है। Jai ganesh aarti गाने से भक्तों का मन शांत और प्रसन्न हो जाता है, जो उन्हें आध्यात्मिक संयम और शक्ति प्रदान करता है।

इसके माध्यम से, भक्त अपने आत्मिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखते हैं और गणेश भगवान की कृपा को प्राप्त करते हैं। जय गणेश आरती या पूजा करने से कोई विपदाएं नहीं आती है। नीचे Ganesh ji ki aarti likhi hui है –

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा…
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
1

एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
2

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
3

पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥
4

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
5

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
6

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
7

‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
8

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥9

दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥
10

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
11

जय गणेश आरती विधि 

  1. पूजा स्थल की सजावट: आरती करने से पहले, पूजा स्थल को साफ-सुथरा करें और उसे सजाएं। गणेश भगवान की मूर्ति या छवि को स्थापित करें।
  2. पूजा की सामग्री की तैयारी: आरती करने के लिए पूजा की सामग्री को तैयार करें, जैसे कि दीपक, कुमकुम, अभिषेक के लिए पानी, सुगंध, पुष्प आदि।
  3. आरती की शुरुआत: अपने हाथ में दीपक लेकर, आरती का आरंभ करें। गणेश भगवान की मूर्ति के चारों ओर दीपक को घुमाएं।
  4. गाना: गणेश आरती का गाना करें, जैसे कि “जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेव।
  5. प्रार्थना: आरती के बाद, गणेश भगवान से मन की शुद्धि और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।
  6. प्रसाद वितरण: अंत में प्रसाद बनाएं और उसे भक्तों को वितरित करें। सब लोगो को प्रसाद बाटे और अच्छे से आशीर्वाद दे। 

जय गणेश आरती की लाभ 

  • शुभकामनाओं का प्राप्ति: आप अपने जीवन में शुभकामनाओं को प्राप्त कर सकते हैं। इससे आपकी जो इच्छा होती है वह पूरी होती है। 
  • मानसिक शांति: गणेश जी की आरती के गाने से मन की शांति और तनाव कम होता है। आरती करने से मन की चंचलता कम होती है और आपका अंतरात्मा शांति प्राप्त करता है।
  • अनुग्रह प्राप्ति: Ganesh bhagwan ki aarti करने से आप उनके अनुग्रह को प्राप्त कर सकते हैं।
  • समृद्धि और सफलता की प्राप्ति: आप समृद्धि और सफलता की प्राप्ति के लिए आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। गणेश भगवान की कृपा से, आपके कार्य में सफलता मिलती है और आपका जीवन उत्तम दिशा में बदल जाता है।

इस प्रकार, जय गणेश आरती का प्रत्येक चरण आपको आध्यात्मिक, मानसिक, और सामाजिक लाभ प्रदान करता है और आपके जीवन को समृद्धि से भर देता है।

FAQ

गणेश आरती कितने समय तक गाई जाती है?

आरती को कुछ मिनटों में गाया जाता है, आमतौर पर 5-10 मिनट का समय लगता है।

आरती के क्या उपयोग हैं?

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